हिमाचल प्रदेश के कथित 2000 करोड़ के Crypto Scam में जैसे-जैसे SIT की जांच आगे बढ़ रही है, नए-नए खुलासे भी होते जा रहे हैं। इसी बीच राज्य सरकार द्वारा मामले के लिए गठित की गई SIT ने खुलासा किया है कि इस क्रिप्टोकरंसी स्कैम में राज्य के किसान भी धोखाधड़ी के शिकार हुए हैं। जानकारी के अनुसार राज्य के किसानों, बागवानों और सब्जी मंडी संचालकों को स्कैमर्स ने निशाना बनाकर करीब 50 करोड़ की ठगी को अंजाम दिया है। इस मामले में एक चौकाने वाली बात यह है कि किसानों ने टमाटर के दाम बढ़ने पर जो मुनाफ़ा कमाया था, उस मुनाफे को उन्होंने मल्टी लेवल मार्केटिंग नेटवर्क से जुड़ने के बाद क्रिप्टो में निवेश कर दिया। यहाँ पर किसान इस बात की उम्मीद लगाकर बैठे थे कि उनके रूपए कुछ दिनों में डबल हो जाएंगे। लेकिन हुआ इसके उलट और किसान धोखाधड़ी का शिकार हो गए। बता दे कि इस मामले में अब तक 1 लाख लोगों के साथ धोखाधड़ी की खबर सामने आई है। वहीँ घाटी के 150 किसानों के नाम भी अब इस Cryptocurrency स्कैम के शिकार हुए लोगों में शामिल हो गए हैं।
जानकारी के मुताबिक हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री द्वारा गठित की गई SIT इस मामले की जांच कर रही हैं। जिसमें SIT को सफलता भी मिली हैं। हाल ही में SIT ने मल्टी लेवल मार्केटिंग नेटवर्क से जुड़े 4 आरोपियों में से 2 को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में SIT को जानकारी मिली है कि करीब 1 लाख लोगों को इस नेटवर्क से जोड़ा गया था और उन्हें क्रिप्टो में निवेश करने की सलाह दी गई थी। हालाँकि इस निवेश के बाद जब लोगों को घाटा हुआ तब जाकर इस स्कैम की खबर सामने आई। हालांकि अभी तक इस बात का पूरी तरह से खुलासा तो नहीं हुआ है, कि इस क्रिप्टो स्कैम में कितने रुपयों की धोखाधड़ी हुई हैं। लेकिन इसे कथित रूप से 2000 करोड़ का Crypto Scam बताया जा रहा हैं। फिलहाल SIT मामले की जांच कर रही हैं और फरार हुए 2 आरोपियों तक पहुँचने का प्रयास कर रही हैं।
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