Elon Musk, Mark Cuban और कई अन्य लोगों ने संयुक्त रूप से जूरी को शामिल किए बिना इंटरनल प्रोसिडिंग कन्डक्ट करने के लिए अमेरिकी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) के दृष्टिकोण के बारे में चिंताओं को व्यक्त करते हुए USA के Supreme Court में एक एमिकस ब्रीफ दायर किया है। लेकिन चिंता इस बात की भी है कि इन प्रशासनिक कार्यवाहियों की वजह से SEC के आरोपों का सामना करने वाले व्यक्तियों के लिए विपरित परिणाम उत्पन्न हो सकते हैं।
बता दें कि कानून को चुनौती देने वाला यह मामला SEC vs. Jarkesy का है। इस मामले पर George Jarkesy ने तर्क प्रस्तुत किया है कि SEC द्वारा अमेरिका के संविधान के 7वें संशोधन के अधिकारों का उल्लंघन किया गया था। वहीं Jarkesy का दावा है कि SEC की इंटरनल एडज्यूडिकेशन प्रोसेस, जिसमें जूरी का अभाव है और कमीशन द्वारा नियुक्त एक एडमिनिस्ट्रेट जज द्वारा इसकी देखरेख की जाती है, 7वें संशोधन के अधिकारों का खंडन करती है। इसके परिणामस्वरूप एक ही यूनिट प्रभावी रूप से जज, जूरी और एनफोर्सर की भूमिका निभाती है। साथ ही Elon Musk, Mark Cuban और Amici Curiae ने 2013 और 2014 के बीच SEC के दृष्टिकोण में आए परिवर्तन पर भी प्रकाश डाला है, उन्होंने देखा है कि SEC ने फेडलर कोर्ट्स की जगह आंतरिक रूप से मामलों को संभालना शुरू कर दिया था।
वर्तमान में Elon Musk, SEC के साथ अपने तीसरे कानूनी विवाद का सामना कर रहे हैं। एक अन्य मामले में X (Twitter) के अधिग्रहण के संबंध में Musk की गवाही प्राप्त करने के लिए फेडरल कोर्ट को शामिल करने का अनुरोध किया गया है। साथ ही लेनदेन के बारे में सार्वजनिक बयानों पर ध्यान केंद्रित करने की बात भी कही गई है। इसी बीच Amici Curiae का कहना है कि फेडरल कोर्ट की जूरी पर प्रशासनिक कार्यवाही का विकल्प चुनना SEC के मिशन के खिलाफ है। Amici Curiae ने आगे कहा है कि इस विकल्प की वजह से निवेशकों और उनके मार्केट पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने की संभावना है, जिनकी सुरक्षा का जिम्मा SEC ने उठाया है।
यह भी पढ़े- यूरोपियन देशो में United Kingdom बनी सबसे बड़ी क्रिप्टो कंट्री