टेक्नोलॉजी के बढ़ते विस्तार ने AI जैसी टेक्नोलॉजी को एक नया आयाम दिया है। AI जैसी टेक्नोलॉजी के साथ कई बड़ी फर्म्स, कंपनी और देश कदम से कदम मिलाने की होड़ में जुट गए हैं। लेकिन AI जैसी टेक्नोलॉजी का लगातार होता विस्तार खतरे की चेतावनी भी जारी करता है, जिस पर निगाहें जमाना बेहद ही जरूरी है। AI जैसी टेक्नोलॉजी के विस्तार से जितने फायदें हो रहे हैं, उससे कई अधिक जोखिम भी सामने आ रहे हैं। साथ ही AI पर प्रत्येक दिन कई चेतावनी जारी करने के साथ स्कैम से जुड़े मामले भी सामने आते है, जिन पर ध्यान दिया जाना बेहद ही आवश्यक है। AI से जुड़ा सबसे बड़ा जोखिम किसी व्यक्ति की इमेज या फिर आवाज का इस्तेमाल करके स्कैम किया जाना है। वर्तमान में AI जनरेटेड इमेज या आवाज का इस्तेमाल करना तो जैसे स्कैमर्स के लिए एक ट्रेंड सा बन गया है।
हाल ही में America के प्रोमीनेंट वेंचर कैपिटलिस्ट Tim Draper ने उनकी आवाज की नकल करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल करने वाले स्कैमर्स के बारे में चेतावनी जारी की है। Tim Draper ने अपने फॉलोअर्स को AI पॉवर्ड थीव्ज से सावधान और सतर्क रहने के लिए कहा है। Draper का ऐसा मानना है कि Cryptocurrency यूजर्स को धोखा देने के लिए AI से आवाज को कॉपी करके स्कैम्स किए जा रहे हैं, जिससे यूजर्स को सावधान रहने की जरूरत है। वहीं Draper ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा है कि AI बहुत आगे बढ़ रहा है, इसके आगे बढ़ने के साथ लोगों को आवाज से धोखा दिया जा रहा है। इसलिए AI से हो रहे स्कैम्स से बचने के लिए सुरक्षा उपाय खोजने का प्रयास किया जाए।
AI की हाल ही में प्रगति के बारे में बात की जाए तो इसने औसत व्यक्ति के लिए अपनी पंसदीदी सेलिब्रटी की आवाज सुनना या पॉलिटिशियन्स के कुछ प्रोग्राम्स के वीडियो देखना और उन्हें सुनना बेहद ही आसान बना दिया है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण है नवंबर 2022 में FTX के बैंकरप्ट होने के बाद स्कैमर्स द्वारा अफेक्टेड यूजर्स को मुआवजे की पेशकश करते हुए फॉर्मर CEO Sam Bankram Fried का एक डीपफेक वीडियो। FTX के अलावा 2022 में Tesla के CEO Elon Musk का भी डीपफेक बनाया गया था। इसलिए Tim Draper ने चेतावनी जारी की है कि AI जैसी टेक्नोलॉजी पर स्कैम्स का सिलसिला यही रुकने वाला नहीं है, इसलिए जितना हो सके इस पर सुरक्षा बनाए रखें।
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