क्रिप्टो करंसी का इस्तेमाल कर ईरान ने किया दशक का पहला इम्पोर्ट

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एक वरिष्ठ गवर्नमेंट ट्रेड ओफ़फिशिअल के अनुसार, दशकों के आर्थिक प्रतिबंधों से जूझते हुए, ईरान ने $10 मिलियन मूल्य की क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग करके अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय इम्पोर्ट ऑर्डर दिया है।


खबर है कि इस्लामिक गणराज्य ने क्रिप्टो का उपयोग करके अपना पहला इम्पोर्ट ऑर्डर दिया, जिसे ईरान के डिप्युटी मिनिस्टर ऑफ़ इंडस्ट्री, माइन एंड ट्रेड Alireza Peyman-Pak ने 9 अगस्त को एक ट्विटर पोस्ट में साझा किया।

हालांकि ओफ़फिशिअल ने इस्तेमाल की गई क्रिप्टोकरेंसी या इसमें शामिल इम्पोर्टेड सामानों के बारे में कोई विवरण नहीं दिया, Peyman-Pak ने कहा कि $10 मिलियन का ऑर्डर क्रिप्टो के साथ किये जाने वाले कई अंतरराष्ट्रीय ट्रेडों में से पहला है, अगले महीने इसे बढ़ाने की योजना है।

"सितंबर के अंत तक, लक्षित देशों के साथ विदेशी व्यापार में क्रिप्टोकरेंसी और स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट का व्यापक रूप से उपयोग किया जाएगा।"

 सूत्रों के अनुसार, ईरान अपना अधिकांश इम्पोर्ट चाइना, संयुक्त अरब अमीरात (UAE), भारत और तुर्की से करता है।

इस्लामिक राष्ट्र ने 2017 की शुरुआत में क्रिप्टोकरेंसी को अपनाया। अक्टूबर 2020 में, इसने पहले जारी किए गए कानून में संशोधन किया ताकि क्रिप्टोकरंसी को इम्पोर्ट के वित्तपोषण के लिए उपयोग किया जा सके।

जून 2021 में, ईरानी ट्रेड मिनिस्ट्री ने ईरानी माइनर्स को  क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग के लिए 30 ऑपरेटिंग लाइसेंस जारी किए एक शर्त के तहत, शर्त यह है की जो भी माइनिंग मे क्रिप्टो एसेट प्राप्त होंगे वे ईरान के सेंट्रल बैंक को beche jayenge। ईरान अब उन माईन किए गए crypto asset का उपयोग इम्पोर्ट के भुगतान के लिए कर रहा है।

फरवरी में, ईरान अपने मौजूदा फाइनेंशियल फ्रेमवर्क में सुधार के साधन के रूप में Hyperledger Fabric प्रोटोकॉल पर निर्मित एक सेंट्रल बैंक डिजिटल मुद्रा (CBDC) pr bhi vichar kar रहा hai।

यह भी पढ़े : UAE की अल जलीला फाउंडेशन को क्रिप्टोकरेंसी स्वीकार करने की अनुमति मिली



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