क्रिप्टो वर्ल्ड में तेजी से लोकप्रिय हुए Pi Network (PI) को एक बड़ा झटका लगा है। हाल ही में इस प्रोजेक्ट से जुड़ी कई चिंताजनक खबरों के चलते Pi Coin Price में तेज गिरावट देखने को मिली है। बीते कुछ दिनों में Pi Token की वैल्यू $0.7165 तक गिर गई है, जो मई महीने के सबसे High Price से लगभग 57% नीचे है।
एक समय था जब Pi Coin की मार्केट कैप $9.35 बिलियन तक पहुंच गई थी, लेकिन अब यह गिरकर $5.14 बिलियन रह गई है। यानी निवेशकों को कुछ ही दिनों में $4.21 बिलियन से अधिक का नुकसान हो चुका है।
इस गिरावट की सबसे बड़ी वजह मानी जा रही है "Insider Selling" की खबरें। Famous Crypto Experts Dr. Altcoin के मुताबिक, Pi Core Team ने पिछले कुछ महीनों में लगभग 700 मिलियन Pi Coins बेच दिए हैं। इससे मार्केट में भारी दबाव बना है।
वहीं PiScan वेबसाइट पर मिली जानकारी के अनुसार, पिछले 24 घंटे में Pi Foundation ने 15.02 मिलियन टोकन अपने वॉलेट से निकाले हैं। इस वॉलेट में अभी भी 25.28 मिलियन Pi Coins बचे हैं, जिनकी वैल्यू $18.1 मिलियन से ज्यादा है।
मई की शुरुआत में Pi Network पर एक Rug Pull करने के आरोप लगे थे। रिपोर्ट्स के अनुसार, Core Team ने Consensus 2025 Event के दौरान एक बड़े ऐलान की ओर इशारा करते हुए ट्वीट किया था। इसके चलते अचानक टोकन की कीमत में 200% तक की वृद्धि हुई।
बाद में आरोप लगे कि टीम ने इसी प्राइस स्पाइक का फायदा उठाकर बड़ी मात्रा में टोकन बेच डाले। इससे यह संदेह और गहरा हो गया कि यह सब एक Sponsored Pump and Dump Scheme हो सकती है।
Pi Network को लेकर एक और बड़ा मुद्दा इसकी Centralization Structure है। रिपोर्ट्स के अनुसार, Pi Foundation के पास अभी भी 90 बिलियन से अधिक Pi Coins हैं। इसका मतलब यह है कि टोकन का अधिकांश कंट्रोल कुछ ही लोगों के पास है, जिससे स्कैम या हैकिंग जैसी स्थितियों में पूरी कम्युनिटी खतरे में पड़ सकती है।
इसके अलावा, अब तक फाउंडेशन ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि उनके फंड्स को कौन ऑपरेट कर रहा है। इस ट्रांसपेरेंसी की कमी के कारण Pi Network पर लोगों का विश्वास कमजोर होता जा रहा है।
कई लोग ये सवाल पूछ रहे हैं कि अभी तक Pi Coin Listing On Binance और Coinbase जैसे Tier-1 Exchange ने Pi Coin List क्यों नहीं किया है। इसका मुख्य कारण है - सेंट्रलाइजेशन, ट्रांसपेरेंसी की कमी और प्रोजेक्ट का ऑडिटेड न होना।
जब तक Pi Network एक भरोसेमंद और ओपन सिस्टम नहीं बनता, तब तक इन बड़े एक्सचेंजेज द्वारा लिस्टिंग की संभावना कम ही मानी जा रही है।
कुछ एनालिस्ट का मानना है कि Pi Network अब एक "Ghost Chain", यानी एक ऐसा ब्लॉकचेन बनता जा रहा है जहां डेवलपर एक्टिविटीज इन्सिग्नीफिकेंट हैं। हालांकि Pi Network Venture का लॉन्च एक पॉजिटिव कदम है, लेकिन एनालिस्ट का कहना है कि इसके तहत फंडेड प्रोजेक्ट्स को मुख्य नेटवर्क पर आने में अभी 1 साल से अधिक का समय लग सकता है।
Pi Coin के 8 घंटे के चार्ट पर नज़र डालें तो यह देखा गया है कि कीमत ने $1.6708 से $0.7260 तक की गिरावट दर्ज की है। Pi अब अपने पुराने सपोर्ट लेवल $0.7902 को भी तोड़ चुका है।
इसके अलावा, टोकन ने 50-Day Moving Average के नीचे ट्रेंड करना शुरू कर दिया है और अब यह Bearish Flag Pattern बना रहा है, जो संकेत देता है कि कीमत में और गिरावट आ सकती है।
विशेषज्ञों का अनुमान है कि अगला सपोर्ट लेवल $0.5745 हो सकता है, जो 29 अप्रैल के वोलैटिलिटी पॉइंट के आसपास है।
Pi Network की मौजूदा स्थिति बेहद चिंताजनक है। Insider Selling, rug pull के आरोप, सेंट्रलाइजेशन और डेवलपर एक्टिविटीज की कमी ने इस प्रोजेक्ट पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। निवेशकों को अब ज्यादा सतर्क रहने की ज़रूरत है। जब तक Pi Network ट्रांसपेरेंसी, सुरक्षा और उपयोगिता के मोर्चे पर ठोस कदम नहीं उठाता, तब तक इसके टोकन की कीमत में स्टेबिलिटी आना मुश्किल है। वहीं, निवेश करने से पहले पूरी जानकारी और सलाह लेना अत्यंत आवश्यक है।
यह भी पढ़िए: Cryptocurrency पर Ban नहीं, Regulation जरूरी: Supreme Courtआकांक्षा व्यास एक स्किल्ड क्रिप्टो राइटर हैं, जिनके पास 7 वर्षों का अनुभव है और वे ब्लॉकचेन और Web3 के कॉम्पलेक्स टॉपिक्स को सरल और समझने योग्य बनाने में एक्सपर्ट हैं। वे डीप रिसर्च के साथ आर्टिकल्स, ब्लॉग और न्यूज़ लिखती हैं, जिनमें SEO पर विशेष ध्यान दिया जाता है ताकि रीडर्स का जुड़ाव बढ़ सके।
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