Ripple ने हाल ही में The Giving Block के साथ एक खास पार्टनरशिप की है, जिसके जरिए अब अमेरिका के लोग XRP और RLUSD जैसे Crypto Token Donate करके देश के एजुकेशन सिस्टम को मजबूत करने में मदद कर सकते हैं। Crypto Donation पहल खास तौर पर उन स्कूलों, टीचर्स और छात्रों को सपोर्ट देने के लिए शुरू की गई है जिन्हें सोर्स की सख्त जरूरत है।
Ripple का यह कदम अगर भारत में लागू होता है, तो यह देश के लिए एक बड़ा सोशल और टेक्निकल बदलाव ला सकता है। भारत में पहले से ही XRP के लाखों यूजर्स हैं और यहां की विशाल जनसंख्या और तेजी से बढ़ती डिजिटल जागरूकता इसे एक आदर्श मार्केट बनाती है। शिक्षा के क्षेत्र में संसाधनों की कमी को देखते हुए, Crypto Donation के जरिए सीधे स्कूलों और शिक्षकों तक मदद पहुंचाई जा सकती है। इससे इंडियन यूजर्स को अपने डिजिटल एसेट्स का उपयोग सामाजिक भलाई के लिए करने का अवसर मिलेगा।
ऐसे में अगर लोग सीधे XRP या RLUSD जैसे Crypto Tokens से डोनेशन कर सकें, तो ज़रूरतमंद छात्रों, स्कूलों और शिक्षकों को तेज़ी से फंडिंग मिल सकती है। अगर आप जानकारी के लिए XRP Price चेक करना चाहते हैं तो दी गई इस लिंक पर जाकर चेक कर सकते हैं।
The Giving Block एक ऐसा डिजिटल प्लेटफॉर्म है जो नॉन-प्रॉफिट इंस्टिट्यूट को क्रिप्टो डोनेशन स्वीकार करने और उन्हें फंड में बदलने की सुविधा देता है। अब इस पार्टनरशिप के बाद लोग आसानी से XRP (Ripple का टोकन) और RLUSD (Ripple द्वारा हाल में लॉन्च किया गया स्टेबलकॉइन) में डोनेशन कर सकते हैं।
The Giving Block के को-फाउंडर Pat Duffy ने कहा:
Ripple Network के साथ पार्टनरशिप कर हमें गर्व हो रहा है। यह डिजिटल युग में नॉन-प्रॉफिट इंस्टिट्यूट जैसे DonorsChoose और Teach For America को फंड जुटाने में मदद करेगा।”
Ripple ने पहले भी शिक्षा और नॉन-प्रॉफिट सेक्टर में योगदान दिया है। 2018 से अब तक कंपनी $200 मिलियन (लगभग ₹1,600 करोड़) से ज्यादा अमाउंट यूनिवर्सिटीज और सोशल आर्गेनाइजेशन को दान कर चुकी है।
इस नई पहल के तहत Ripple Network ने हाल ही में $25 मिलियन का RLUSD में डोनेशन किया है। इस डोनेशन से अमेरिका में:
31,000 से अधिक क्लासरूम प्रोजेक्ट्स को मदद मिली है।
13,000 स्कूलों में 21,000 से ज्यादा टीचर्स को सोर्स मिले हैं।
Teach For America ने 2,500 नए मेंबर्स को स्टाइपेंड्स दिए हैं, जो 3 लाख छात्रों तक पहुँच बनाएंगे।
अमेरिका में आज भी कई क्लासरूम्स में जरूरी सोर्स की कमी है। DonorsChoose प्लेटफॉर्म पर हर 10 में से 9 सरकारी स्कूलों के टीचर्स एक्स्ट्रा सपोर्ट की डिमांड करते हैं।
Teach For America 40 से कम कमज़ोर इलाकों में शिक्षा का काम कर रही है, लेकिन सोर्स की डिमांड अब भी उससे कहीं ज्यादा है। इस पहल से:
Ignite Tutoring Program जैसी कोशिशों को पॉवर मिलेगी।
STEM Innovation Challenge जैसे इनोवेटिव प्रोग्राम्स को फाइनेंशियल मदद मिलेगी।
Stablecoins जैसे RLUSD इन दिनों चैरिटी में तेजी से पॉपुलर हो रहे हैं। इसके कुछ खास कारण हैं:
तेज़ ट्रांजैक्शन
कम फीस
24/7 उपलब्धता
The Giving Block के मुताबिक, 2022 और 2023 में सबसे ज्यादा डोनेशन Stablecoins के रूप में ही हुआ है।
इस Digital Payment Network का मानना है कि टेक्नोलॉजी के जरिए शिक्षा को नई ऊँचाई दी जा सकती है। उनकी यह नई पहल शिक्षा के क्षेत्र में क्रिप्टोकरेंसी की संभावनाओं को एक नई दिशा देती है। इस कदम से यह साफ होता है कि क्रिप्टो अब सिर्फ निवेश या ट्रेडिंग का जरिया नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव का मजबूत टूल भी बनता जा रहा है।
अगर Ripple भारत में भी ऐसा Crypto Donation Program लॉन्च करता है, तो इससे इंडियन एजुकेशन सिस्टम को फायदा होगा। भारत की विशाल आबादी और युवाओं की टेक्नोलॉजी में रुचि इसे एक आदर्श स्थान बनाती है जहां Crypto Donation Model सफल हो सकता है। Ripple के लिए भारत एक बड़ा मार्केट है क्योंकि यहां क्रिप्टो यूज़र्स की संख्या दुनिया में सबसे तेज़ी से बढ़ रही है। इससे XRP Token की डिमांड भी बढ़ेगी, जिससे इसकी वैल्यू और उपयोगिता में वृद्धि हो सकती है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में भारत में Ripple के यूजर्स की संख्या बढ़ी है और इसने Shiba Inu को पीछे छोड़ दिया है, जिससे इसकी लोकप्रियता और उपयोगिता का अंदाज़ा लगाया जा सकता है। Ripple एक मजबूत Digital Payment Network है जो ग्लोबल लेवल पर तेज़ और सस्ते पेमेंट सॉल्यूशन्स प्रदान करता है। अगर Ripple भारत में Crypto Donation Program लॉन्च करता है, तो यह न केवल शिक्षा जैसे क्षेत्रों को फंडिंग में मदद करेगा, बल्कि इंडियन गवर्नमेंट के लिए भी टेक्नोलॉजी और ट्रांसपेरेंसी को बढ़ावा देगा।
Ripple Platform और The Giving Block की यह पार्टनरशिप Crypto Donation के भविष्य की ओर बड़ा कदम है। इससे न केवल ज़रूरतमंद बच्चों और शिक्षकों को मदद मिलेगी, बल्कि समाज में डिजिटल एसेट्स का उपयोग एक पॉजिटिव दिशा में बढ़ेगा। यदि आप शिक्षा को सपोर्ट करना चाहते हैं, तो अब आप XRP और RLUSD के जरिए भी अपना योगदान दे सकते हैं। यह डिजिटल युग में दान करने का स्मार्ट और इफेक्टिव तरीका बनता जा रहा है।
यह भी पढ़िए: Volatility Shares आज US में लॉन्च करेगी पहला 1x XRP ETFआकांक्षा व्यास एक स्किल्ड क्रिप्टो राइटर हैं, जिनके पास 7 वर्षों का अनुभव है और वे ब्लॉकचेन और Web3 के कॉम्पलेक्स टॉपिक्स को सरल और समझने योग्य बनाने में एक्सपर्ट हैं। वे डीप रिसर्च के साथ आर्टिकल्स, ब्लॉग और न्यूज़ लिखती हैं, जिनमें SEO पर विशेष ध्यान दिया जाता है ताकि रीडर्स का जुड़ाव बढ़ सके।
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